बल्लभगढ़ (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)। अग्रवाल महाविद्यालय बल्लबगढ़ में 23 जनवरी को महाविद्यालय की यूथ रेड क्रॉस व सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड की इकाइयों द्वारा प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत गुप्ता के दिशा–निर्देशन में पराक्रम दिवस के उत्सव पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद किया गया। इस पावन अवसर पर सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री गंगा शंकर मिश्र, प्राचार्य डॉ. कृष्णकांत तथा महाविद्यालय के अन्य प्रोफेसर्स ने नेताजी को नमन कर उन्हें पुष्प अर्पित किए। श्री सरोज कुमार, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला प्रमुख, श्री भूपेंद्र मल्होत्रा, राष्ट्रीय कला मंच प्रमुख, श्री कुशल ठाकुर, समाज सेवी ने भी अतिथि के तौर पर महाविद्यालय प्रांगण में आयोजित इस कार्यक्रम में शिरकत की। इसके उपरांत कार्यक्रम आयोजक और महाविद्यालय की रेड क्रॉस इकाई के संयोजक डा. जयपाल सिंह ने कालेज ऑडिटोरियम में सभा को नेताजी के विचारों और उनके जीवन से मिलने वाली सीख से अवगत कराया।
मुख्य अतिथि के तौर पर महाविद्यालय में पधारे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के हरियाणा प्रांत सम्पर्क प्रमुख गंगा शंकर मिश्र ने अपने वक्तव्य में विद्यार्थिओ को नेताजी के वास्तविक जीवन के कई अनछुए पहलुओं से रूबरू कराया। नेताजी के देशप्रेम के प्रसंग तथा विद्यार्थियों का उनके वक्तव्य के प्रति आकर्षण देखने योग्य था। गंगा शंकर ने आज के इस बदलते दौर में देशभक्ति और राष्ट्र समर्पण के लिए विद्यार्थियों को उनके कर्तव्यों से अवगत कराया। इसके साथ ही भारतवर्ष को तकनीकी रूप से सक्षम राष्ट्र बनाने हेतु नए अध्यापक एवम् विद्यार्थियों के योगदान को भी समझाया। मूलभूत रूप से मुख्य अतिथि ने स्वदेशी अपनाने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु सभागार में बैठे सभी छात्र छात्राओं से अपनी भूमिका निर्वाहन करने का आव्हान किया और सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग ना करने की अपील की। समाज मे समरसता और नवाचार किस प्रकार राष्ट्र निर्माण की आधारशिला के रुप कार्य करते हैं, इसके उन्होंने विस्तृत उदाहरण दिए। तकनीक के इस दौर में, आज राष्ट्र के लिए मरने नही बल्कि जीने और कुछ ऐसा करने की जरूरत है जोकि राष्ट्र को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर करे। राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक व्यक्ति की अपनी अलग भूमिका है, चाहे वह देश का प्रधानमंत्री हो या सीमा पर तैनात कोई जवान या फिर इस सभागार बैठा कोई विधार्थी, हर किसी को अपना कर्तव्य ईमानदारी से वहन करने की जरूरत है। अपने अभिवादन के अंतिम पड़ाव में माननीय मिश्र जी ने भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी जी की कुछ पंक्तियां सुनाई जो आज के दौर में भी उतनी ही प्रासंगिक हैं।
”बाधाएं आती हैं आएं
कदम मिलाकर चलना होगा।
उद्यानों में, वीरानों में,
अपमानों में, सम्मानों में,
कदम मिलाकर चलना होगा।”
मंच संचालन डॉ. सुप्रिया ढांडा, सहायक प्रवक्ता इतिहास ने किया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर महाविद्यालय के यूथ रेडक्रास काउंसलर सुभाष कैलोरिया ने आदरणीय मुख्य अतिथि श्री गंगा शंकर मिश्र जी को पराक्रम दिवस के इस पावन अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में आयोजित सभा को संबोधित करने हेतु महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्यों और विद्यार्थियों की ओर से हार्दिक साधुवाद किया। पराक्रम दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयंसेवकों में राष्ट्रसेवा व आत्मविश्वास की भावना को जागृत करना है। शिविर में रैड़ क्रॉस के संयोजक डॉ. जयपाल सिंह, तृतीय इकाई के काऊंसलर लवकेश व सेंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के कोऑर्डिनेटर डॉ. देवेंद्र व मैडम पूजा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन: नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जीवन व योगदान विषय पर नेशनल लेवल ऑनलाइन क्विज का भी आयोजन किया गया जिसमें 84 प्रतिभागियों ने भाग लिया। क्विज संयोजक डॉ. जयपाल सिंह ने क्विज परिणाम जारी करते हुए बताया कि चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, पटना के छात्र अल्पेश ने प्रथम, गवर्नमेंट कॉलेज फरीदाबाद के छात्र सूरज कुमार ने दूसरा व रोहित सिन्हा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजताओं को नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।