एकॉर्ड हॉस्पिटल द्वारा आयोजित कार्यशाला में सीपी विकास अरोड़ा ने दिए तनाव मुक्त कार्यालय में बेहतर कार्य करने के टिप्स

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-कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी खुश रहकर कार्य करेंगे तो निश्चित तौर पर होगा बेहतर कार्य: विकास अरोड़ा
फरीदाबाद (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)।
सीपी विकास अरोड़ा ने तनाव मुक्त कार्यालय में बेहतर क्रियान्वयन के टिप्स देते हुए कहा कि कार्यालयों में अधिकारी व कर्मचारी बेहतर क्रियान्वयन के लिए खुश रहकर कार्य करोगे तो निश्चित तौर पर कार्यालय के कार्यों का बेहतर क्रियान्वयन करेंगे। सीपी विकास अरोड़ा ने कहा कि आधुनिक भगदड़ के युग में अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालय में तनाव मुक्त कार्य के लिए कुछ नियमों की पालना करनी होगी। जिससे वे हर्ष और उल्लास के साथ अपने कार्यों का बेहतर क्रियान्वयन कर सकेंगे।
विकास अरोड़ा ने वर्ष 2023 की शुभकामनाएं और बधाइयां देते हुए कहा कि अधिकारी व कर्मचारी अपने कार्यालयों में तनाव मुक्त होकर कार्य करने से जीवन में अपार खुशियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी व कर्मचारियों को एक शेड्यूल निर्धारित कर लेना चाहिए। जिस के अनुरूप नियमित रूप से अपने कार्यालय के कार्य को अमलीजामा पहनाना चाहिए। उन्होंने हमारी भारतीय संस्कृति की धरा गीता ग्रंथ के श्लोकों के उच्चारण के साथ कहा कि हम सब के पीछे एक अदृश्य शक्ति है। जो हमें बेहद प्यार करती है। उन्होंने कहा कि दुख अध्यात्मिक स्मृति है और सुख भौतिक स्मृति है। जितना हो सके कार्यालयों में खुश होकर कार्य करने का प्रयास करें। तनाव मुक्त कार्यालय के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को और कर्मचारियों को शामिल किया गया। यह कार्यशाला डीएवी पब्लिक स्कूल सेक्टर सेक्टर 30 पुलिस लाइन में आयोजित की गई। एकॉर्ड हॉस्पिटल द्वारा आयोजित कार्यशाला में तनाव मुक्त कार्यालय के कार्यों के क्रियान्वयन बारे कई विशेषज्ञों ने सुझाव व अनुभव साझा किए।
आपको बता दें गत 01जनवरी से 31 मार्च तक तीन माह तक अकॉर्ड हॉस्पिटल में सभी विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों तथा उनके परिजनों का फ्री में स्वास्थ्य जांच सेवाएं और फिजियोथेरेपी वगैरह की सुविधाएं दी जाएंगी।
विशेषज्ञों ने कहा कि हमें अपने लिए समय अवश्य निकालने की जरूरत है। आप और आपके परिवार के लिए ही भगवान ने यह जीवन दिया गया और उसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए अपना अधिक से अधिक योगदान दें।
एकॉर्ड हॉस्पिटल के डॉ शंकर गोयंका ने कहा कि जिसकी मस्ती जिंदा है, उसकी हस्ती जिंदा है। अपने काम के साथ-साथ शरीर का भी ध्यान रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि परिवार को और अपने आप को भी समय अवश्य दें। डॉक्टर दीपेश शर्मा ने कहा कि शर्मा ने कार्यालय में कुर्सी पर बैठकर किन-किन एक्टिविटी करके कैसे अपने और अपने साथियों को खुश रख सकते हैं और कार्यालय का बेहतर क्रियान्वयन कष्ट कर सकते हैं। उन्होंने यूनानी और आयुर्वेदिक पद्धति के जरिए अकॉर्ड हॉस्पिटल द्वारा दी जा रही विभिन्न सुविधाओं वाले भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
कार्यशाला में डीसीपी नीतीश अग्रवाल, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अभिषेक मीणा, डीपीआरओ राकेश गौतम, एकॉर्ड अस्पताल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ प्रबल रॉय, गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डायरेक्टर डॉक्टर आरसी सोनी, चेयरमैन ऑर्थोपेडिशियन डॉक्टर युवराज अग्रवाल, चेयरमैन कार्डिओलॉजिस्ट डायरेक्टर ऋषि गुप्ता, चेयरमैन नेफ्रोलॉजिस्ट डॉक्टर जितेंद्र कुमार, चेयरमैन न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर रोहित गुप्ता सहित पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी व पत्रकार उपस्थित रहे।