राजा नाहर सिंह ने अंग्रेजी हकूमत को दांतों तले चने चबवाने पर कर दिया था मजबूर : राजकुमार तेवतिया

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फरीदाबाद (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)। भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति के योद्धा शहीद राजा नाहर सिंह का 165वां बलिदान दिवस पर आज सेक्टर-3 स्थित राजा नाहर सिंह पैलेस में मनाया गया। इस अवसर पर उनकी याद में जहां हवन यज्ञ कर आहुति दी गई वहीं उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बलिदान दिवस समारोह का आयोजन राजा नाहर सिंह के वंशज राजा राजकुमार तेवतिया, सुनील तेवतिया, अनिल तेवतिया व राजा नाहर सिंह सोसायटी द्वारा किया गया। इस अवसर पर दूरदराज गांव व शहर से आए लोगों ने अपने राजा नाहर सिंह को याद करते हुए उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला वहीं छपरौला गांव राजू तेवतिया ने अपनी टीम के साथ राजा नाहर सिंह के जीवन पर रागनियां सुनाते हुए उपस्थितजनों को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर राजा राजकुमार तेवतिया, सुनील तेवतिया व अनिल तेवतिया ने कहा कि वह अपने वंशज राजा नाहर सिंह की याद में हमेशा से ही जन्मदिवस और बलिदान दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन करते है। उन्होंने कहा कि राजा नाहर सिंह जिला, प्रदेश ही बल्कि पूरे देश के बादशाह थे, उन्होंने अंग्रेजी हकूमत को दांतों तले चने चबवाने पर मजबूर कर दिया था, राजा नाहर सिंह के पराक्रम से घबराते हुए अंग्रेजी हकूमत ने उन्हें धोखे से संधि के बहाने दिल्ली के चांदनी चौक पर बुलाकर उन्हें तथा साथियों गुलाब सैनी और भूरा सिंह के साथ फांसी पर लटका दिया। राजा नाहर सिंह ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की परवाह न करते हुए मौत को हंसते-हंसते गले लगा दिया और उनके इस बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इस अवसर पर राजा नाहर सिंह के वंशजों के साथ-साथ गुडग़ांव से पधारे प्रदीप जेलदार व आर्य समाज के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य नित्यानंद ने भी राजा नाहर सिंह की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार को राजा नाहर सिंह की जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए, बल्लभगढ़ महल में राजा नाहर सिंह म्यूजिम बनवाना चाहिए, बल्लभगढ़ का नाम बदलकर बलरामगढ़ रखना चाहिए, 9 जनवरी को शहीदी दिवस घोषित करना चाहिए, पब्लिक पैलेस में राजा नाहर सिंह की विशालकाय मूर्ति की स्थापना होनी चाहिए और सरकारी स्तर पर उनकी याद में आयोजन करने चाहिए, यही उनके प्रति हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक आनंद कौशिक, इनेलो के कार्यकारी जिलाध्यक्ष देवेंद्र तेवतिया, महिला अध्यक्ष जगजीत कौर पन्नू, सोसायटी के प्रधान सोहनलाल सैनी, सतबीर सिंह सरपंच जाजरू, रतन सिंह जाजरू, सूबेदार पत्रराम सिंह, जीत सिंह गिल, प्रवीन तेवतिया, विनोद कौशिक, गौतम तेवतिया, चौ. राजरूप सिंह, जगदीश हुड्डा सहित सैकड़ों लोगों ने अपने राजा को श्रद्धांजलि दी।