37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला: बसंत पंचमी पर सास्कृतिक संध्या रही परिक्रमा बैंड दिल्ली के नाम

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● विदेशों और देश के विख्यात कलाकार सुबिर मलिक की टीम ने दर्शकों से भरी मुख्य चौपाल का संगीतमय किया माहौल
सूरजकुंड (फरीदाबाद) (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)।
बसंत पंचमी के मौके पर 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में की शाम सास्कृतिक संध्या एशियन प्रसिद्ध परिक्रमा बैंड दिल्ली के नाम रही। जहां एशियन देशों के विख्यात कलाकार सुबिर मलिक की टीम द्वारा दर्शकों से भरी मुख्य चौपाल का माहौल संगीत मय हुआ।
37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले की सांस्कृतिक संध्या में सुबिर मलिक ने अपने संगीत मय अंदाज से चौपाल पर बैठे दर्शकों को मद मस्त किया। सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रम की शुरूआत देश विख्यात कलाकार सुबिर मलिक और उसके परिक्रमा बैंड की टीम के कलाकारों ने साथ की। एशिया का ब्रीग परिक्रमा बैंड रॉक एंड रोल म्युजिक है। इस बैंड की विश्व में अलग पहचान है। यह म्यूजिक पर कापी राईट नहीं बनाता बल्कि इंडियन क्लासिकल, वेस्टर्न का मैन म्यूजिक बनाता है। सुबिर मलिक की टीम ने वी वैव के संगीत पर चौपाल पर बैठे दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। वहीं ऐ ऐ ऐ ऐ की धुन पर मेले की मुख्य चौपाल के माध्यम से सुबिर मलिक की टीम के बैंड के कलाकारों ने एक से बढक़र एक प्रस्तुति देकर प्रेम रंग में सबको गुनगुनाने के साथ-साथ किलकारियां मारने पर मजबूर कर दिया।
बता दें कि 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में 50 देशों के शिल्पकार और कलाकार भाग ले रहे हैं। पार्टनर कंट्री तंजानिया है और थीम स्टेट गुजरात तथा सास्कृतिक कार्यक्रमों में पार्टनर के रूप में नार्थ ईस्ट अर्थात अष्ट लक्ष्मी प्रांतों के कलाकारों द्वारा भागीदारी की गई है।