थार चालक पर संदेह: पुलिस सीसीटीवी कैमरों से जांच कर असली आरोपित को करे गिरफ्तार

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थार से हुई दुर्घटना में सदमे में परिवार: पत्नी को नहीं आया होश, पति-बेटी का अंतिम संस्कार
रीदाबाद (नेशनल प्रहरी/रघुबीर सिंह)। टाउन पार्क सेक्टर-12 के सामने सोमवार देर शाम थार वाहन चालक द्वारा स्कूटी सवार परिवार के सदस्यों को टक्कर मारने के मामले में बुधवार को मृतक और उसकी बेटी का पोस्टमार्टम हुआ। स्वजन जब सुबह अस्पताल में मोर्चरी के पास पहुंचे तो वहां डॉक्टर व स्टाफ नहीं था। पोस्टमार्टम में देरी को लेकर स्वजन ने नाराजगी जाहिर की और हंगामा किया। मौके पर थाना सेंट्रल की पुलिस ने स्वजन व अन्य लोगों को शांत किया। दोपहर 12.30 पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।
दिव्या अभी तक वेंटिलेटर पर: उधर, मृतक दयानंद वत्स की पत्नी दिव्या अभी भी वेंटिलेटर पर है। उसे होश नहीं आ सका है। उसे तो यह भी नहीं पता कि कितना बड़ा हादसा हो गया है। अब उसका पति और बेटी इस दुनिया में नहीं है। उसकी दूसरी बेटी भूमि को अस्पताल से डिस्चार्ज करा लिया है। वह अपने नाना-नानी के पास पहुंच गई है ताकि उसकी उचित देखभाल हो सके।
बता दें बल्लभगढ़ की शिव कॉलोनी निवासी दयानंद अपनी पत्नी दिव्या, तीन साल की बेटी भूमि और एक साल की बेटी दिशा के साथ टाउन पार्क के पास आए थे। दिशा का पहला जन्मदिन था। तभी एक थार वाहन चालक ने उनकी स्कूटी में टक्कर मार दी। हादसे में दयानंद और एक साल की बेटी दिशा की मौत हो गई। दिव्या गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
थार चालक ने बच्ची को कुचल दिया था: स्वजन और कॉलोनी के लोगों के अंदर इस हादसे को लेकर काफी गुस्सा है। घटना के समय थार काफी तेज गति में थी। स्कूटी में टक्कर मारने के बाद दयानंद परिवार सहित सड़क पर गिरा। एक साल की बेटी उछलकर दूर गिर गई। मृतक दयांनद के भाई पंकज का कहना है कि थार ने भागते हुए बच्ची दिशा को कुचल दिया। यदि वह रुक जाता तो बेटी की जान बच जाती।
समय पर सभी को इलाज मिल जाता तो शायद जान बच सकती थी। लेकिन चालक ने इसकी परवाह तक नहीं की। उसने स्कूटी को भी घसीटा था। जिसकी वजह से सभी को अधिक चोट लगी। उस समय घटनास्थल से कुछ दूरी पर अधिवक्ता दीपक आजाद भी गुजर रहे थे। जिन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंंचाया था और बाद में पूरी सच्चाई पुलिस को बताई थी।
चालक पर संदेह: थाना सेंट्रल पुलिस ने सोमवार को ही थार चालक गांव फरीदपुर निवासी धर्मबीर को पकड़ लिया था। स्वजन को शक है कि यह असली चालक नहीं है। बल्कि उसे बचाने के लिए कोई और पेश होने आया है। इसलिए उन्होंने मांग की है कि पुलिस सीसीटीवी कैमरों की जांच करे और जो आरोपित गिरफ्तार हुआ है, उसकी फोन की लोकेशन की जांच की जाए। पूरी सच्चाई सामने आनी चाहिए। आरोपित धर्मबीर ने पुलिस को बताया था कि वह भतौला निवासी अपने दोस्त जयप्रकाश की थार मांगकर कहीं ले गया था। स्वजन व लोग मांग कर रहे थे कि गाड़ी के मालिक से भी पूछताछ की जानी चाहिए।
दिव्या को कई फैक्चर: स्वजन ने बताया कि दिव्या अभी जिंदगी की जंग लड़ रही है। डाक्टरों ने उसके शरीर में कई फैक्चर बताए हैं। पैर व हाथ कई जगह से टूटे हैं। सिर में काफी चोट है। अभी उसकी हालत को लेकर कुछ भी नहीं कह सकते। स्वजन ने पुलिस के प्रति भी काफी नाराजगी जाहिर की। हादसा सोमवार शाम को हुआ लेकिन पुलिस ने कागजी कार्रवाई में काफी देर कर दी। मंगलवार को पूरा दिन निकल गया लेकिन कागज तैयार नहीं हो सके। स्वजन ने जब हाईवे जाम करने की चेतावनी दी तब जाकर दोनों के शव पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान नागरिक अस्पताल लाए गए थे।
स्टंटबाजों पर कार्रवाई करे पुलिस: मोरचरी के पास मौजूद सभी लोगों ने स्टंटबाजों के प्रति काफी नाराजगी जताई। कहा कि ऐसे वाहनों को तुरंत जब्त किया जाना चाहिए। मुदकमे दर्ज होने चाहिए। पुलिस सख्ती बरते तो हादसे रुक सकते हैं। अधिवक्ता दीपक आजाद का कहना है कि वह अक्सर सेक्टर-12 में बाइक व थार चालकों को स्टंट करते हुए देखते हैं। इतनी तेज गति से वाहन दौड़ाते हैं और अचानक ब्रेक मार देते हैं। ऐसे में अन्य वाहन डर के रहते हैं।
वर्जन : मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जिसे पकड़ा है, घटना के समय वही थार को चला रहा था। मंगलवार को समय से पोस्टमार्टम हो जाता लेकिन स्वजन अड़ गए कि पहले आरोपित को पकड़ो। बयान देने में भी देरी की। शाम को पोस्टमार्टम होता नहीं है। इसलिए बुधवार को कराया गया। – कृष्ण कुमार, सेंट्रल थाना प्रभारी