जरूरतमंद कन्याओं की समय समय पर हर संभव सहायता करता है गोविंदानंद आश्रम

0
631
श्री गोविंदा आनंद आश्रम प्रवचन करते हुए महंत बंशी पुरी जी महाराज एवं महंत सर्वेश्वरी गिरी जी महाराज।
  • पिहोवा के गोविंदानंद आश्रम में श्रीमद भागवत महापुराण कथा समापन के साथ विशाल भंडारा आयोजित
    कुरुक्षेत्र (नेशनल प्रहरी/संवाददाता)।
    पिहोवा के श्री गोविंदानंद ठाकुर द्वारा आश्रम में महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्यागिरि जी महाराज एवं भारत साधुसमाज के प्रदेशाध्यक्ष महंत बंशी पुरी जी महाराज के मार्गदर्शन में एवं आश्रम की महंत सर्वेश्वरी गिरि जी महाराज के सानिध्य में आज श्रीमद भावगत महापुराण का हवन और विशाल भंडारे के साथ समापन हुआ।
    महंत सर्वेश्वरी गिरि जी महाराज ने बताया कि श्रीमद भागवत महापुराण उनके द्वारा स्वयं 25 जनवरी को शुभारंभ हुआ था जिसका आज माघ पूर्णिमा पर समापन हुआ। आश्रम जरूरतमंद कन्याओं को समय समय पर गर्मी सर्दी के वस्त्र जूते व शिक्षा के लिए पुस्तकें इत्यादि भी वितरित करता है। महंत सर्वेश्वरी गिरि ने बताया कि आश्रम में प्रतिदिन सांय को भजन संध्या कीर्तन प्रभु सुमिरन पाठ भी किया जाता है।
    महंत बंशी पुरी जी महाराज ने श्रद्धालु जनों को श्रीमद भागवत महापुराण के बारे में बताया की श्रीमद भागवत में सभी पुराणों का सार है जो व्यक्ति श्रीमद भागवत का चिंतन करता है वह जन्म मृत्यु के चक्कर से मुक्त हो जाता है। श्रीमद् भागवत के मुख्य यजमान विजय, रमेश, नरेश छाबड़ा, कपिल अरोड़ा, भूषण ठेकेदार, गौरव गिरधर रहे।
    इस अवसर पर आश्रम में महंत चमन गिरि, षडदर्शन साधुसमाज के संगठन सचिव वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, स्वामी लखन पुरी इत्यादि संत भी मौजूद रहे। आश्रम में काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। भगत्तों ने महंत बंशी पुरी जी महाराज एवं महंत सर्वेश्वरी गिरि जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।