विश्व की पहली दिव्यांग माउंटेनर ने फरीदाबाद के सिविल अस्पताल ने दिया बेटे को जन्म

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फरीदाबाद (नेशनल प्रहरी/ रघुबीर सिंह)। विश्व की पहली दिव्यांग माउंटेनर बनी महिला के माँ बनने पर सिविल अस्पताल में सीएमओ डॉ विनय गुप्ता और समाज सेवियों ने जाकर बच्चे और माँ का हालचाल जाना। मां-बेटे दोनों स्वस्थ्य हैं।
इस मौके पर सीएमओ विनय गुप्ता ने बताया कि उन्हें अनजान नंबर से फ़ोन आया कि मैं अपने होने वाले बच्चे की डिलीवरी बीके सिविल अस्पताल में करवाना चाहती हु। जिस पर उन्होंने उन्हें बीके अस्पताल अपनी रिपोर्ट्स व्हाट्सएप पर साझा करने के लिए कहा और सीनियर गाइनोलाॅजिस्ट डॉ. प्रोनिता अहलावत को रिपोर्ट दिखाई उसके उपरांत हॉस्पिटल में एडमिट करके डॉ. अरुणा ने माउंटेनर अरुणिमा सिन्हा की नॉर्मल डिलीवरी कराई।
विश्व की पहली दिव्यांग माउंटेनर अरुणिमा ने बताया कि यूपी से लेकर दिल्ली और फरीदाबाद के बड़े अस्पतालों ने हाई रिस्क प्रेगनेंसी केस बताकर नाॅर्मल डिलीवरी कराने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने सिविल अस्पताल के सीएमओ डॉ विनय गुप्ता को फ़ोन कर सारी जानकारी दी जिस पर डॉ गुप्ता ने उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा। यूपी की बेटी और फरीदाबाद की बहू ने सोमवार की रात करीब दस बजे बेटे को जन्म दिया है। उन्होंने सीएमओ और उनकी टीम की प्रशंसा करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में मैंने अपने बेटे को जन्म दिया जो कि इतने संघर्षो के बीच पैदा हुआ और इस संघर्ष के समय में डॉ विनय गुप्ता और उनकी टीम ने मेरा जितना साथ दिया उनके लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाये वो कम है। उन्होंने लोगों से अपील भी की वह सरकारी अस्पतालों को लेकर अपनी सोच को बदले और सरकारी अस्पताल में भी इलाज कराने के लिए जाए।
गांव तेजपुर में फरीदाबाद के समाज सेवी जय सेवा फॉउंडेशन के संस्थापक विमल खंडेलवाल और उनकी टीम ने माउंटेनर, पदमश्री अरुणिमा को शॉल ओड़ाकर सम्मानित किया। साथ ही समाज सेवियों ने इतने उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए सीएमओ डॉ विनय गुप्ता को शॉल ओड़ाकर सम्म्मानित किया। इस मौके पर सामजसेवी विष्णु शर्मा, तरुण अरोड़ा साहिर परिवार से डॉली,मोक्ष, तनवी,मानवी सदस्यगण उपस्तिथ थे।