पहरावर की जमीन को लेकर भ्रम फैलाया गया,धौलीदार ब्राह्मणों को जल्द मिलेगी 1700 एकड़ जमीन : सुरेंद्र शर्मा

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-ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणाओं पर जताया आभार
-कहा, पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड से पुजारियों को मिल सकेगी निश्चित आय
पलवल (नेशनल प्रहरी/ संवाददाता )।
रोहतक के पहरावर की जमीन को लेकर कुछ लोगों ने निजी हित के लिए भ्रम फैलाया है। य़ह जमीन ब्राह्मण समाज की थी और उन्ही की रहेगी। भगवान परशुराम महाकुंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा की गई घोषणाओं का लाभ ब्राह्मण समुदाय को मिलना शुरू हो गया है। परशुराम जयन्ती पर राजपत्रित अवकाश का सरकारी कैलेंडर जारी हो गया है, जल्द ही 1700 एकड़ जमीन धौलीदारों को मिलेगी। य़ह बात ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने पलवल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कही। ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ साथ पलवल से भारी संख्या में समुदाय के लोगों का पहुंचने पर धन्यवाद व्यक्त किया।
सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम महाकुंभ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड बनाने की जो घोषणा की है उससे सनातन संस्कृति को बढावा मिलेगा। पुजारी तंगहाली का जीवन जी रहे हैं, अब उन्हें एक निश्चित न्यूनतम आय प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए पुजारी, पुरोहित का कुशल वर्कफोर्स के हिसाब से न्यूनतम वेज रेट तय किया जाएगा। भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर राजपत्रित अवकाश, कैथल में मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान श्री परशुराम के नाम पर रखा जाना सराहनीय कदम है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पहरावर जमीन गौड़ ब्राह्मण कॉलेज को ही देने की घोषणा कर भ्रांतियां खत्म कर दी हैं वहीं इस कॉलेज के लिए वर्ष 2022 से 2055 तक 33 सालों के लिए नये सिरे से लीज की जाएगी, जबकि पहले यह लीज वर्ष 2009 से 2042 तक थी। इसके अलावा, पिछले पैसे को माफ करने की भी घोषणा व किसी भी प्रकार के जुर्माना व पैनल्टी के पैसे का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा। भगवान परशुराम के नाम पर डाक टिकट जारी करना, गौड़ ब्राह्मण आयुर्वेद कॉलेज में 100 बीएमएस सीटें मंजूर व इसके अलावा,7 विषयों में पांच-पांच यानी एमडी-एमएस कोर्स की कुल 35 सीटों की भी मंजूरी, ईपीबीजी की हाईकोर्ट में पुरजोर पैरवी करने की बात करके मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज का दिल जीत लिया है। उन्होंने कहा कि 1966 से अबतक किसी सरकार ने भगवान परशुराम को याद नहीं किया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने य़ह साबित कर दिया कि वे सभी जातियों व धर्म को सम्मान देते हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा वायदा किया गया है कि 1700 एकड़ निजी जमीन धौलीदारों को मिलेगी। इसके अलावा, पंचायती जमीन यदि मकान बनाने या खेती करने के लिए धौलीदार को दी गई थी, तो इस जमीन के लिए भी कानून में प्रावधान किया जाएगा। करनाल में फुव्वारा चौक का नाम भाई मती दास-सती दास छिब्बर के नाम पर होगा व पुराने परशुराम चौक का सौंदर्यकरण होगा. परशुराम चौक से गांधी चौक तक के मार्ग का नाम भगवान परशुराम मार्ग होगा. शहर के एक पार्क में भगवान परशुराम की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। करनाल की ब्राह्मण धर्मशालाओं के लिए कुल 31 लाख रुपये दिए जाएंगे व करनाल में भगवान परशुराम सेवा सदन के लिए 2000 वर्ग गज प्लॉट मिलेगा. प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी अगर ब्राह्मण संस्थाएं प्लॉट के लिए आवेदन करेंगी तो उन्हें नियमानुसार प्लॉट दिया जाएगा। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक में आचार्य चाणक्य के नाम पर चेयर स्थापित होगी, ताकि उनके जीवन व कार्यों पर शोध हो सके। सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम महाकुंभ में पलवल से भारी संख्या में लोगों ने शिरकत की, जिसके लिए वे धन्यवाद व्यक्त करते हैं।
मुख्यमंत्री ब्राह्मणों का करते हैं सम्मान: सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि घोषणाओं का दूरगामी परिणाम आएगा, जो समाज की नीव मजबूत करेगा। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ब्राह्मणों का कितना सम्मान करते हैं य़ह उनकी निजी टीम से पता चलता है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल, प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मीडिया सलाहाकार अमित आर्य, ओएसडी भूपेशवर दयाल, एचआईआईडीसी के चीफ कॉर्डिनेटर सुनील शर्मा, खेल आयोग के चेयरमैन मुकेश गौड़, मीडिया कॉर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ, आईटी हेड ध्रुव, पीए हरदीप शर्मा, पीए नवीन शर्मा, पीए तेजपाल, पीए सुनील शर्मा, पीएसओ रामलाल, पीएसओ राजेश ब्राह्मण समाज से हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय में ब्राह्मण समाज से इतने सदस्य पहले कभी किसी सरकार में नहीं रहे. इतना ही नहीं हरियाणा में सांसद अरविंद शर्मा, सांसद रमेश कौशिक, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, कैबिनेट मिनिस्टर मूलचंद शर्मा व विधायक मोहनलाल शर्मा को आगे कर ब्राह्मण समाज को मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है।
बड़ौता ने कहा कि महाकुंभ के माध्यम से मुख्यमंत्री के समक्ष जो मांगें रखी गई थी, उन्होंने उससे भी ज्यादा घोषणा की। राज्य सभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, एचआईडिसि के चीफ कॉर्डिनेटर सुनील शर्मा, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के उप महाधिवक्ता राहुल मोहन व आयोजन समिति के समन्वयक शीशपाल राणा ने पूरे प्रदेश के ब्राह्मणों को एक मंच पर इकठ्ठा कर सराहनीय व समाज हितैषी कार्य किया है, जिस पर पूरे ब्राह्मण समाज को गर्व है।
मुख्यमंत्री की दक्षिणा को याद रखेगा ब्राह्मण समाज: ब्राह्मण ने सदैव सभी का हित चाह है। सनातनी संस्कृति और सभ्यताओं के संरक्षण व सहेजने के लिए असंख्य बलिदान दिए। अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भगवान परशुराम महाकुंभ में ब्राह्मण समाज के हित की रक्षा के लिए जो दक्षिणा दी है उसे ब्राह्मण समाज हमेशा याद रखेगा। ब्राह्मण समाज के हित में अपेक्षा से ज्यादा घोषणाएं कर मुख्यमंत्री ने सभी भ्रांतियों को दूर कर साबित कर दिया है कि वे ब्राह्मणों का कितना सम्मान करते हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ साथ समस्त ब्राह्मणों समाज व सर्व समाज का बड़ी संख्या में पहुंचने पर आभार प्रकट किया. इस अवसर पर ब्लॉक समिति सदस्य तेज राम गोदारा, पलवल से बिहारी लाल शर्मा, मोहित शर्मा खाम्बी, पवन शर्मा पलवल व दीपक शर्मा खाम्बी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।