राधा स्वामी सत्संग में पहुंचे हरियाणा के राज्यपाल, बाबा गुरिंदर सिंह से की मुलाकात

0
419

चंडीगढ़ (नेशनल प्रहरी/ संवाददाता)। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने डेरा राधा स्वामी ब्यास सत्संग में जाकर गुरु जी महाराज बाबा गुरिंदर सिंह जी से बेहद सौहार्दपूर्ण गरिमा पूर्ण वातावरण में मुलाकात की तथा उन्होने इस विशाल धार्मिक संगठन और इस अद्भुत सत्संग की उत्पत्ति के बारे में बात की। यह एक बहुत अच्छा और विशाल आध्यात्मिक संगठन है। उन्होने कहा कि मेरा यह विश्वास कि ‘ईश्वर हमारे भीतर है’ और ‘मानव जाति की सेवा ही ईश्वर की सेवा है’। संगठन द्वारा प्रचारित की जाने वाली कुछ प्रमुख मान्यताएँ हैं। ईश्वर हमारे भीतर है और उस तक पहुंचने के लिए हमें खुद को बदलना होगा और अपने भीतर जाना होगा सुनकर बेहद अच्छा लगा।
उहोंने कहा मैं विश्व के विभिन्न भागों से लाखों लोगों, विशेषकर महिलाओं, को सत्संग में भाग लेते देखकर बहुत खुश और आश्चर्यचकित हूँ। आज सत्संग में तीन लाख से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं, जिन्हें बिना किसी शुल्क के लंगर परोसा जाता है। पांच लाख से अधिक लोगों को खाना पकाने और गर्म भोजन परोसने में उपयोग किए जाने वाले स्वचालन और प्रौद्योगिकी का स्तर प्रभावशाली है और लोगों का आत्म-अनुशासन और सेवादारों की निस्वार्थ सेवा अधिक प्रभावशाली है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि संगठन में कोई कर्मचारी नहीं है। सभी क्षेत्रों के सेवादार ही यहां सेवा प्रदान कर रहे हैं। ये निस्वार्थ सेवादार जिनमें अधिकतर महिलाएं शामिल हैं, पांच लाख से अधिक लोगों को भोजन तैयार करने और परोसने में मदद कर रहे हैं, यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। इसे देखकर और जानकर मुझे बेहद खुशी हुई है जिसकी मैं अंतरात्मा से प्रशंसा करता हूं। इससे समाज को यह संदेश जाता है कि हमें बुनियादी जरूरतें मुहैया कराने के लिए दूसरे लोगों को काम करने की जरूरत नहीं है। स्वस्थ समाज बनाने के लिए लोगों को स्वयं काम करना चाहिएऔर एक-दूसरे की सेवा करनी चाहिए।
यह बड़े गर्व की बात है कि बाबाजी गुरिंदर सिंह जी देश और दुनिया भर में फैले सत्संग घरों वाले इतने बड़े संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं, लेकिन वह फिर भी एक साधारण व्यक्ति हैं। दुनिया में हर समय और स्थान के संतों के संदेश को फैलाने के लिए उनकी निस्वार्थ सेवा और उत्साह वास्तव में सराहनीय है।
उन्होने कहा कि यह बाबाजी जैसी महान आत्माओं और उनके दया, प्रेम और निस्वार्थता केसंदेश के कारण है, दुनिया में अच्छाई और खुशी है। बाबाजी, उनकी टीम और सभी सेवादारों को मेरी हार्दिक बधाई।